रात और बारिश
रात वही है, चाँद वही है,बादलों की ओट में छिपा कहीं है।बूंदों की सरगम, राग वही है,पर आज इन हवाओं में खुशबू नई है। बारिश की बूँदें वही गीत गुनगुनाती,धरती
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रात वही है, चाँद वही है,बादलों की ओट में छिपा कहीं है।बूंदों की सरगम, राग वही है,पर आज इन हवाओं में खुशबू नई है। बारिश की बूँदें वही गीत गुनगुनाती,धरती
Continue readingIt’s 1 AM. I was curious to find out if there is a particular term for the time between midnight and dawn. Turned out that their are multiple threads where people
Continue readingLate in the night I am all alone with my plight My lappy gives me a strange look As if it doesn’t know who I am My cellphone lie next
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